Ticker

6/recent/ticker-posts

मुंशी हुसैन खां में बिखरे अदब से जुड़े शायरों के कलाम 

मुंशी हुसैन खां में बिखरे अदब से जुड़े शायरों के कलाम 



भोपाल। शहर की अदबी रिवायत को पूरा करता एक नजारा राजधानी के मुंशी हुसैन खां तकनीकी संस्था में दिखाई दिया। अदब से जुड़ीं कुछ हस्तियों की शहर मौजूदगी को एक कार्यक्रम का रूप दिया गया। उनकी गुलपोशी भी की गई। शेर-ओ-कलाम से भी नवाजा गया और उनकी शख्सियत पर चंद तारीफी बोल भी कहे गए। कार्यक्रम को एक शायरी नशिस्त के रूप में मनाने के लिए शहर के चुनिंदा शायरों की मौजूदगी थी। इन्हें सुनने-मिलने के लिए बड़ी तादाद में अदब से जुड़े लोग भी मौजूद थे। 
दिल्ली उर्दू अकादमी और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी से वाबस्ता प्रो. शहपर रसूल और प्रो. खालिद मेहमूद राजधानी में मौजूद थे। उनकी आमद को खास बनाने के लिए ही मुंशी हुसैन खां तकनीकी संस्था में नशिस्त का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम की सदारत रजिया हामिद ने की। कार्यक्रम का संचालन का जिम्मा डॉ. आजम ने निभाया। छोटी लेकिन खुसूसी महफिल से न सिर्फ  मेहमान बेहतर यादें शहर से लेकर लौटे, बल्कि बेहतर शायरों की मौजूदगी ने अदब की इस महफिल को खास बना दिया। इस मौके पर जफर सहबाई, जिया फारुखी, इकबाल मसूद, डॉ. अंजुम बाराबंकवी, डॉ. आजम, शायान कुरैशी, एसएम सिराज, डॉ. अंबर आबिद, अजीम अशर, शोएब अली खान मौजूद रहे। इस दौरान उद्दीन अंजुम ने अपने शेर-ओ-गजल से महफिल को खुशगवार बनाया। मेहमान-ए-खास प्रो. शहपर और प्रो. खालिद ने इस नवाजिश पर शुक्रिया अदा करने के साथ इस महफिल को यादगार करार दिया।


Post a Comment

0 Comments