कोरोना के खिलाफ लड़ाई:
दस हजार जरूरतमंदों को हर दिन भोजन करा रही है पुलिस प्रशिक्षण शाला
भोपाल खाकी वर्दी में कांधे पर बंदूक और हाथ में डंडा लिए रौबदार अंदाज में खड़ा जवान। बात जब पुलिस की चले तो लोगों के मानस पटल पर कुछ ऐसी ही छवि उभरती है। वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से देश पर आए संकट की घड़ी में लोगों को पुलिस का नया रूप देखने को मिल रहा है। लॉकडाउन से प्रभावित असहायों व जरूरतमंदों को भोजन और कोरोना संदिग्धों को खोज खोजकर अस्पताल पहुँचाती पुलिस देखकर लोग खुशनुमा आश्चर्य से भर जाते हैं। भावुक होकर लोग यह कहते सुने जा सकते हैं पुलिस सभी तरह से हमारी रक्षक है। मध्यप्रदेश पुलिस ने अपनी प्रशिक्षण शालाओं के द्वार भी कोरोना संदिग्धों एवे लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की मदद के लिए खोल दिए हैं।
इंदौर स्थित मध्यप्रदेश पुलिस के पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज की मैस द्वारा प्रतिदिन दस हजार लोगों के लिए नि:शुल्क भोजन तैयार किया जा रहा है। यह भोजन उन लोगों को वितरित किया जाता है, जो रोज कमाते-खाते थे और लॉकडाउन की वजह से असहाय हो गए हैं। जिस परिसर में कभी अनुशासित कदम ताल के साथ ड्रिल सहित तमाम कठिन शारीरिक प्रशिक्षण की गूंज रहती थी। उसमें अब रह-रहकर यह आवाज सुनाई दे रही है, जल्दी करिये लोग भूखे है और हमारा इंतजार कर रहे हैं। भोजन तैयार करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा रियायती दर पर राशन और स्वैच्छिक दानदाता अपनी श्रद्धा के अनुसार धनराशि मुहैया करा रहे हैं। पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के कर्मचारी दिन-रात मेहनत कर पूरी साफ-सफाई एवं गुणवत्ता के साथ जरूरतमंदों के लिए रसोई तैयार कर रहे हैं। इन कर्मचारियों एवं जरूरतमंदो तक भोजन पहुँचा रहे पुलिस जवानों का कहना है कि हफ्तों से अपने परिवार से दूर रहने की विरह वेदना हम सब तब भूल जाते हैं, जब हमारे द्वारा पहुँचाई गई रोटी का निवाला मुँह में डालते हुए असहायों को देखते हैं।
इंदौर शहर में जिला प्रशासन ने आंकलन कराया था कि शहर में लगभग एक लाख ऐसे लोग हैं, जिनका गुजारा रोज की कमाई पर आधारित था। लॉकडाउन की वजह से इन्हें भोजन का संकट है। जिला प्रशासन ने इन लोगों को भोजन मुहैया कराने के लिए समाजसेवियों तथा शासकीय एवं निजी संस्थाओं से आगे आने की अपील की थी। इस पुनीत कार्य में सहयोग के लिए पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज ने तत्परता से हाथ आगे बढ़ाए और यह संस्थान अब हर दिन 10 हजार लोगों को भोजन करा रहा है।
इस तरह उज्जैन में मक्सी रोड़, पाटपाला स्थित पुलिस प्रशिक्षण शाला को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। पीटीएस उज्जैन को क्वारेंटाइन सेंटर बनाए जाने के लिए छात्रावास के साथ-साथ संपूर्ण परिसर की साफ-सफाई कराई गई है। साथ ही हॉस्टल एवं शासकीय भवनों के प्रत्येक कक्ष, टॉयलेट, बाथरूम आदि समस्त स्थानों को नगर निगम उज्जैन के माध्यम से सेनेटाईज कराया गया है। पीटीएस परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार एवं क्वार्टर गार्ड पर हेण्डवाश, सेनेटाईजर व टिश्यू पेपर रखवाए गए हैं।
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