जिसके दरबार में हाजिरी के लिए होता था लंबा इंतजार, आज यहां दर न दरबान
बदहाल मकबरे पर जमीअत चला रही सफाई अभियान
भोपाल। भोपाल शहर के नवाब और बेगमात को वारिसों और मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड ने भुला दिया है। यही वजह है कि आरिफ नगर के समीप बने बेगम शाहजहां के मकबरे पर सिर्फ वक्त की खाक है। एक वक्त था जब बेगम के दरबार में हाजिरी लगाने लंबा इंतजार करना लाजिमी था, लेकिन अब वक्त बदल चुका है। अब यहां न दर है और न दरबान। हाजिरी लगाने भी कोई नहंी आता। आवारा जानवरों की बे-रोक टोक आवाजाही से मकबरे पर वक्त की बेरुखी साफ दिखाई देती है। वजह है वारिसों और प्रशासन की अनदेखी।
प्रशासन के उदासीन रवैये के चलते जमीअत उलमा मप्र ने मकबरा शाहजहां बेगम पर सफाई अभियान चलाया है। इस अभियान के जरिए नारियल खेड़ा के समीप बेगम का खंडहरनुमा मकबरे की सफाई की जा रही है। साथ ही यहां दरवाजे लगाने की पहल की जा रहा है। जमीअत के प्रेस सचिव मो. इमरान की अगुवाई में यहां संरक्षण का काम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि मकबरा शाहजहां बेगम को दुरुस्त करने का फैसला लिया गया है। मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड, इनके वारिसों और पुरातत्व विभाग ने इनको सिरे से नकार रखा है। इसका खामियाजा झेलने पर मजबूर ऐतिहासिक मकबरा जमीदोज होने पर है। जमीअत उलमा की कोशिश है कि मकबरे को संवारकर इसकी शान-ओ-शौकत लौटाई जाए, ताकि लोग यहां आएं और उन्हें याद करें। इसके लिए पहले यहां दरवाजे लगाए जाएंगे, रंग-रोगन किया जाएगा। इसके अलावा यहां पर रात में रोशनी के लिए कोशिश की जा रही है।
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