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गैस पीडि़तों को सामान्य लोगों से अधिक खतरा

गैस पीडि़तों को सामान्य लोगों से अधिक खतरा: संभावना ट्रस्ट



भोपाल। गैस हादसे के पीडि़तों में सामान्य से अधिक मोटापे और थायरॉयड की समस्या पाई जा रही है। 27,155 गैस पीडि़तों व अन्य लोगों के आंकड़ों के विश्लेषण से यह पाया गया है कि यूनियन कार्बाइड की जहरीली गैस से पीडि़तों में अधिक वजन व मोटापा होने की सम्भावना अपीडि़त लोगों से 2.75 गुणा ज्यादा है। साथ ही इन लोगों में गैस से अपीडि़तों के मुकाबले थायरॉइड सम्बंधित बीमारियों का दर 1.92 गुणा ज्यादा है। इनमें डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, दिल की बीमारी, जोड़ों का दर्द और जिगर, गुर्दे, स्तन और गर्भाशय के कैन्सर व अन्य बीमारियों का खतरा ज्यादा होने की आशंका है। गैस पीडि़तों में थायरॉइड बीमारियों का दर लगभग दूना पाया जाना यह दर्शाता है कि गैस पीडि़तों के शरीर के अन्य तन्त्रों के साथ साथ, अंतस्त्रावी तन्त्र को भी स्थाई नुकसान पहुंचा है। यह जानकारी सम्भावना ट्रस्ट क्लीनिक के सदस्यों ने एक पत्रकारवार्ता के दौरान दी। 
क्लीनिक की सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सम्भावना ट्रस्ट क्लीनिक और चिंगारी पुनर्वास केन्द्र के कार्यकर्ताओं ने पिछले आठ महीनों में कोरोना महामारी से जूझने के लिए 42 हजार की कुल आबादी वाली 15 मोहल्लों में जागरूकता फैलाने, समुदाय से स्वास्थ्य स्वयंसेवी बनाने, जरूरतमंदों का विशेष ख्याल रखने और कोरोना की जांच और इलाज में मदद पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने बताया कि 1996 में यूनियन कार्बाइड के जहरों से पीडि़तों के मुफ्त इलाज के लिए स्थापित सम्भावना ट्रस्ट क्लीनिक ने अभी तक 25348 गैस पीडि़तों और यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे से प्रदूषित भूजल से पीडि़त 7449 लोगों का इलाज किया है। इस मौके पर सम्भावना ट्रस्ट के प्रबन्धक न्यासी सतीनाथ षड़ंगी, क्लिनिक चिकित्सक डा.संजय श्रीवास्तव, स्वास्थ्य कार्यकर्ता तबस्सुम आरा मौजूद थीं। 


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