पर्यटन के लिए होमस्टे योजनाओं में निजी भागीदारी बढ़ाएगा प्रर्यटन विभाग
भोपाल। पर्यटन विभाग, मप्र शासन द्वारा प्रदेश में होमस्टे योजना का प्रचार प्रसार निजी भागीदारी से करने जा रहा है। इसके जरिए होम स्टे संस्कृति के प्रचार-प्रसार, पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति से रूबरू करवाने की है। साथ-साथ प्रदेश में निजी क्षेत्र की निजी सहभागिता से आवासीय कक्षों की संख्या में वृद्धि करवाने एवं स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन करने का लक्ष्य है।
इसके अलावा पर्यटन विभाग द्वारा तीन नवीन योजनाओं बेड एंड ब्रेकफास्ट स्थापना योजना, फार्म स्टे स्थापना योजना, ग्राम स्टे स्थापना योजना को इस वर्ष से लागू किया गया है।
वर्तमान में इसकी जरूरत होमस्टे की बढ़ती मांग, पर्यटकों की बढ़ती रुचि एवं कोरोना के प्रभाव के कारण होमस्टे की उपयोगिता और स्थानीय स्तर के रोजगार के नवीन अवसर प्रदान करने हेतु किया जा रहा है। इस योजना में सहभागिता के लिए प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर प्रचार-प्रसार संबंधी कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। इन स्थलों में खजुराहो, जबलपुर और पन्ना को शामिल किया गया है। विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में नवीन पंजीयन के लिए इच्छुक निजी क्षेत्र के टूर ट्रेवल्स एसोसिएशन प्रतिनिधि, होटल एसोसिएशन में प्रतिनिधि स्थानीय गाईड, ग्रामीण विकास, कृषि, राजस्व एवं उद्यानिकी विभाग के जमीनी स्तर पर कार्यरत शासकीय अधिकारियोंध्कर्मचारियों एवं स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं को शामिल कर योजना संबंधी जानकारी दी गई।
कार्यशाला में दी जा रही जानकारियां
होमस्टेे की परिभाषा एवं होमस्टे के संबंध में मूलभूत जानकारी, होमस्टेे का संचालन कौन कर सकता हैं अथवा कौन इस योजना से जुड़ सकता है। पर्यटन विभाग द्वारा संचालित होमस्टे संबंधी योजनाओं की जानकारी। होमस्टे संबंधी योजनाओं के पंजीकरण के मापदंड। होमस्टे से जुडऩे के लिए पंजीयन प्रक्रिया। पंजीकृत होमस्टेस संचालकों का तकनीकी प्रशिक्षण। योजनाओं के अंतर्गत जुडऩे पर प्राप्तक होने वाले लाभ एवं प्रोत्साहन एवं योजनाओं में पंजीयन के उपरांत पंजीयन निरस्त करने के प्रावधानों की जानकारी दी जा रही है।
2 Comments